मौलाना अब्दुल हमीद नोमानी भारत में हिन्दुत्व और हिंदू राष्ट्र और इनसे संबंधित दर्शन और विचारधाराएं सावरकर ने बहुत विस्तार से प्रस्तुत किया है। सावरकर जहां हिंदुत्व के विचारधारा निर्माणक में से हैं , वहीं राष्ट्र और हिंदू समुदाय के संबंध में भी बहुत स्पष्ट शब्दों में लिखा है। वह भारत को प्राचीनकाल से हिंदू राष्ट्र और हिंदू समुदायों को उसका वास्तविक निवासी बताते है। उनके निकट हिंदू होने के कुछ आधार और शर्तें हैं , उनके बिना कोई भी हिंदू समुदाय में शामिल नहीं हो सकता है , इस संबंध से विशेष तरह से हिंदू संस्कृति के अतिरिक्त हिंदू परिवारों और हिंदू ( पवित्र ) खून का रिश्ता होना आवश्यक है। उनके निकट भारत के हिंदू होने के लिए जन्मभूमि , कर्मभूमि , पितृभूमि होने की अवधारणा के साथ पूण्य भूमि के तौर पर मानना और होना आवश्यक है। इस संबंध से लेखक ( Abdul Hameed Noumani ) ने " हिंदुत्व और राष्ट्रवाद " में विस्तार से प्रकाश डाला है। हिंदुत्व , हिंदू ...